वेद विद्यालय
राजस्थान की संस्कृत अकादमी से संबद्ध चयनित छात्रों को वेद विद्यालय में पारंगत और योग्य गुरुजी के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। एकता में वेद मंत्रों का जाप करने से भारतीय गौरव और संस्कृति की विरासत का संरक्षण करते हुए, सदियों पुरानी पारंपरिक ऋषिकुल परम्परा को याद करते हुए एक अनूठा वातावरण बनता है। इसे राष्ट्रीय जिम्मेदारी के रूप में लिया गया है और इसकी शुरुआत से ही इस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है।
वर्ष 1993 में, परमपूज्य मोरारी बापू ने वेद विद्यालय को खड़गड़ा में अपने नौ दिवसीय ‘राम कथा, के दौरान आशीर्वाद दिया। यह संस्था काफी भाग्यशाली है और वर्तमान में भी रेव श्री मोरारी बापू का आशीर्वाद प्राप्त कर रही है।